चांद पर जमीन का मालिक कौन है? और क्या हम चांद पर जमीन खरीद सकते हैं ? ,अब तक चाँद पर जमीन किसने खरीदी है ? chand par jamin ka price कितना है और हम चांद पर जमीन कैसे खरीदें ? आज के इस लेख में इन सभी सवालों के जवाब जानेंगे ।
आपने लोगों को यह कहते हुए सुना होगा कि मैं तुम्हारे लिए चाँद–तारे तोड़ कर ला सकता हूं। वैसे चाँद–तारे तोड़ के लाने का तो पता नहीं, लेकिन हां आपको यह जानकर हैरानी होगी कि आप चाँद पर ज़मीन ज़रूर खरीद सकते हैं। अपर आपको भी चाँद पर ज़मीन खरीदने में रुचि है तो यह ब्लॉग आपके लिए ही है।
चाँद पर ज़मीन का मालिक कौन है ?
संयुक्त राष्ट्र के द्वारा बनाई गई समिति ने 1972 से 1979 तक चाँद समझौते पर विचार किया और जुलाई 1984 को लागू कर दिया। इस समझौते के तहत चाँद किसी भी देश या व्यक्ति की निजी संपत्ति नहीं है और सभी का उस पर समान अधिकार है। यह समझौता चाँद के साथ साथ और भी अंतरिक्ष साधनों पर लागू होता है, जिससे कोई भी देश या व्यक्ति अपने निजी स्वार्थ के लिए चांँद का शोषण ना कर सके और यदि मानवता की भलाई और शांति के लिए चांँद पर कुछ वैज्ञानिक और प्राद्योगिक कार्य करने भी पड़े तो उसके लिए UNOOSA (यूनाइटेड नेशन्स ऑफिस फॉर आउटर स्पेस अफेयर्स) नामक एक अंतराष्ट्रीय अंतरिक्ष संस्था के द्वारा ही किया जाएगा ।
आखिर ये UNOOSA क्या है ?
UNOOSA एक अंतराष्ट्रीय अंतरिक्ष संस्था है जो कि संयुक्त राष्ट्र सचिव के अंतर्गत आता है। इसकी स्थापना 12 दिसंबर, 1958 में हुई थी। इसकी स्थापना के पीछे का कारण यह था कि जब 1945 अमेरिका और सोवियत यूनियन के बीच में शीत युद्ध शुरू हो गया तब इनके बीच में अंतरिक्ष पर दबदबा बनाने की दौड़ भी शुरू हो गई थी। दोनो ही पक्ष चांँद पर कब्जा करने की होड़ में लग गए थे। पर ऐसा करने से बाकी के देश विकाशीकरण में पिछड़ जाते। इसलिए ज्यादातर देशों ने मिलकर यह फैसला किया कि एक ऐसी अंतरिक्ष संस्था होनी चाहिए जो सभी देशों के हित में काम करे और अंतरिक्ष संसाधनों का शोषण ना होने दे।
UNOOSA केवल शांतिपूर्वक कामों के लिए ही चाँद पर रीसर्च करने की अनुमति दे सकता है। अगर कोई भी देश युद्ध या सेना से जुड़े कार्यों के लिए अंतरिक्षी संसाधनों का उपयोग करने का प्रयास करता है तो UNOOSA उसकी अनुमति नहीं देता।
चाँद पर जमीन किसने खरीदी है ?
Chand par jamin kisne kharidi : वैसे तो अंतरिक्ष कानून चाँद पर जमीन खरीदने की इजाजत नहीं देता लेकिन इसके बावजूद कई लोगो ने चांँद की जमीन पर अपने दावेदारी दिखाई है। इनमे से कुछ लोगो को जानकर तो आप हैरान रह जाएंगे।
सुशांत सिंह राजपूत : अगर आप बॉलीवुड के फिल्म जगत में रुचि रखते होंगे तो आप इन्हे जरूर जानते होंगे। इन स्वर्गवासीय अभिनेता की मृत्यु 14 जून, 2020 को संदिग्ध हालातों में हुई। मगर मरने से पहले ये भारत के पहले अभिनेता बने जिन्होंने चाँद पर भूमि खरीदी थी।
सुशांत सिंह राजपूत ने 2018 में चाँद पर दूर इलाके के ज़मीन का टुकड़ा खरीदा था जिसके लिए उन्होंने लगभग 55–56 लाख रुपए दिए। उन्होंने उस जमीन का नाम मेयर मस्कोविऐनस (Mare Muscoviense) या मस्कोवी का समुंद्र (Sea of Muscovy) रखा था।
शाहरुख खान : बॉलीवुड के इस अभिनेता को तो आप जानते ही होंगे। इन्हे ‘बॉलीवुड का बादशाह‘ और ‘किंग खान‘ भी कहा जाता है। यह तो आपको मालूम होगा कि ये बॉलीवुड के सबसे अमीर अभिनेता हैं लेकिन क्या आपको यह भी जानकारी थी कि इनके नाम भी चांँद पर जमीन दर्ज़ है। 2009 में पहली बार उन्हें नाम चाँद की रजिस्ट्री (लूनर रजिस्ट्री) हुई थी। लेकिन आपने तो ऊपर पढ़ा था कि बॉलीवुड में सुशांत सिंह राजपूत ने चांँद पर पहली बार ज़मीन 2018 में खरीदी, तो वो कैसे शाहरुख खान की बजाय प्रथम बने।
आप जानकर हैरान हो जाएंगे कि दरअसल शाहरुख खान ने खुद जमीन नहीं खरीदी बल्कि उन्हें यह तौहफ़े में मिली थी। शाहरुख खान ने इस बात की पुष्टि की है कि उनकी ऑस्ट्रेलिया में एक महिला फैन, जिसका नाम सैंडी है, उन्होंने शाहरुख खान को 2009 से हर साल एक एकड़ चाँद की जमीन तोहफे में देना शुरू कर दिया था। शाहरुख खान की इस चांँद की जमीन को ’ट्रासक्विलिटी का समुद्र’ या (Sea of Tranquility) का नाम दिया। इसके एक एकड़ जमीन की कीमत लगभग $37.5 या ₹1758.75 है। सैंडी ने यह बयान दिया कि वे चाहती थी कि उनके सबसे चहीते अभिनेता शाहरुख खान, चांँद पर बनी पहली हिंदी फिल्म के हीरो बने।
किस भारतीय बिज़नेसमैन ने चांँद पर जमीन खरीदी ?
यदि आप भारतीय हैं तो आपको तो गर्व के साथ यह पता होगा कि 23 अगस्त, 2023 के दिन भारत के ISRO का चंद्रयान–3 चांँद के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक लैंड कर गया। लेकिन क्या आप यह बात भी जानते थे कि भारत के जम्मू के एक बिज़नेसमैन ने सिर्फ दो दिन बाद 25 अगस्त, 2023 को चांँद पर जमीन खरीदी है।
अगर आपके दिमाग में अंबानी या अदानी का नाम आ रहा है, तो आप गलत हैं। क्योंकि यह है जम्मू के रहने वाले व्यापारी और एजुकेशनलिस्ट, सुरेश मैसन ( Suresh Masson) हैं।
49 वर्ष के सुरेश मैसन UCMAS (युनिवर्षल कॉन्सेप्ट ऑफ मेंटल अर्थमेटिक सिस्टम ) कंपनी के जम्मू–कश्मीर और लेह क्षेत्र के क्षेत्रीय निर्देशक ( रीजनल डायरेक्टर) हैं। UCMAS एक प्रोग्राम है जिसे छोटे बच्चो के दिमागी विकास के दर को और भी अधिक तेजी से बढ़ाने के लिए बनाया गया है।
सुरेश मैसन ने यह बयान दिया है कि उन्होंने चाँद पर जमीन की रजिस्ट्री, न्यू यॉर्क शहर के लूनर रजिस्ट्री से करवाई है। इस जमीन को ट्रैक्ट 55–पार्सल 10772 कहते है जिसे लैकस फैलीसिटैटिस( Lacus Felicitatis) या खुशियों की झील (Lake of Happiness) का नाम दिया गया है।
क्या चांँद पर जमीन खरीदना वैध है ?
आप चाहे चांँद पर कितनी भी जमीन खरीद लें लेकिन अगर यह सवाल आएगा कि वो खरीदी हुई जमीन कानूनी है या गैर–कानूनी, तो इसका सीधा जवाब होगा कि अभी तो कोई भी अंतराष्ट्रीय संस्था आपको यह अधिकार नही देती कि आप चांँद या किसी भी अंतरिक्षी संसाधन पर अपना दावा कर सके।
चांँद पर जमीन कौन बेचता है ?
Chand par jamin kon bechta hai : चांँद की जमीन तो कोई अंतराष्ट्रीय संस्था तो आपको नही बेचेगी। हां लेकिन आपको भी चांँद पर जमीन का हिस्सा लेना हो तो दुनिया में गैर सरकारी संस्थाएं आपको जरूर मिल जाएंगी जिनसे आप यह खरीद सके।
इन संस्थाओं में सबसे विख्यात है–लूना सोसाइटी इंटरनेशनल, इंटरनेशनल लूनर लैंड रजिस्ट्री और दा क्रेटर कंपनी। दुनिया में ज्यादातर चांँद की जमीन इन्ही कंपनियों ने बेची है।
चांँद पर जमीन की कीमत क्या है ?
जैसे पृथ्वी पर जमीन की कीमत हर जगह समान नहीं होती वैसे ही चांँद पर भी जमीन खरीदने के लिए आपको एक समान दाम नहीं देना होगा। चांँद पर कुछ जगह तो आपको $17 यानी ₹1400 प्रति एकड़ के हिसाब से मिल जाएगी तो कहीं पर $120 यानी लगभग ₹9984 से भी ज्यादा देने पड़ेंगे। जिस जगह सुरेश मैसन ने चांँद पर जमीन खरीदी है उसकी कीमत लगभग $34 प्रति एकड़ है।
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FAQs :
चांद पर कौन कौन गया है?
चाँद पर पहला कदम नील आर्मस्ट्रांग ने रखा था और उसके बाद एडविन एल्ड्रिन,चार्ल्स कॉनराड , एलन बीन , एलन बी. शेपर्ड जूनियर के अलावा और भी कई वैज्ञानिक चाँद पर गए हैं।
क्या हम चांद पर जा सकते हैं?
चाँद पर हर कोई नहीं जा सकता है क्यूंकी अंतरिक्ष और चाँद पर जाने के लिए काफी ट्रैनिंग की जरूरत पड़ती है और एक व्यक्ति का भारी भरकम खर्च आता है, इसीलिए अभी तक केवल कुछ वैज्ञानिकों को ही परीक्षण करने के लिए भेज गया है ।
क्या हम चांद पर घर बना सकते हैं?
चाँद पर घर बनाना बेहद ही मुश्किल और खतरनाक है, क्यूंकी चाँद इंसानों के रहने लायक जगह नहीं है ।